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माहरा बाला रे वाहन जोतो, प्रभातियो तारो ऊगियो । तारोऊगियो गोवर-ग्राम रीपोल,जठे गौतमस्वामीजी ज.। आदिनाथजी मोटा देव, जहाँ धर्म प्रकाशिया। शान्तिनाथजी मोटा देव, जहाँ शान्ति वरताविया । नेमिनाथजी मोटा देव, जहाँ पशुव छुड़ाविया । पार्श्वनाथजी मोटा देव, जहाँ कमठ हटाविया । महावीर स्वामीजी मोटा देव, जहाँ मेरु कॅपाया। गौतम स्वामीजी मोटा देव, जहाँ प्रशन पूछिया ।
॥ दीपक ॥ (तर्ज-पोर पाछ लडी रात, उज्जले लक्ष्मी ) पहर पाछलड़ी रात, घर जोइये लक्ष्मी दीवलो । दिवलो थारोवनितापुरी मैं टांग, जठे आदिनाथ जनमिया आदिनाथजी मोठा देव, जो धर्म प्रकाशियाजी ॥१॥ दिवलो थारो हस्तिनापुर में टांग, जठे शांतिनाथजी ज. शान्तिनाथजी मोटा देव, जो शान्ति वरतावियाजी। दिवलो थारो सोरियापुर में टांग, जठे नेमिनाथजी ज. नेमिनाथजी मोटा देव, जो पशुव छुड़ावियाजी । दिवलो थारो बणारसी में टांग, जठे पार्श्वनाथजी जन. पार्श्वनाथजी मोटा देव, जो कमठ हरावियाजी । दिवलो थारो कुंडलपुर में टांग,जठे महावीर स्वामी ज. महावीर स्वामी मोटा देव, जो मेरु कंपायियाजी ।