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________________ (४६) बनारसथी अलहाबाद, कानपुर, मैनपुरी, आग्रा, जयपुर, अजमेर, ब्यावर थइ पाली सुधीना; तथा सकोराबादथी इटावा, फतेहपुर, अलहाबाद, मीरजापुर थइने बनारस सुधीना विहारनी यादो. س ( शास्त्रविशारद जैनाचार्य श्रीमद् विनयधर्मसूरीश्वरजी महाराजना शिष्य पं. श्रीभक्तिविजयजी महाराजना शिष्य स्वर्गवासी मुनिराज श्रीअमृतविजयजी महाराजनी बुक उपरथी) ( आशरे संवत् १९६५ थी १९६८) माइल. गामनां नामो. वि. ह. बनारसथी राजाका तलाव सराइमां उतराय छे. १५॥ महाराजगंज तळाव पासे सराई छे. ११॥ गोपीगंज उतरवा सराइ मले छे. बांसीपुरा (दुर्गागंज) उतरवा स्थान मळे छे. इनायत उतरवा सराइ मले छे. अल्हाबाद उतरवानुं पुश्कल मले छे. दुर्गागंज उतरवा सराई मले छे. मलाका अरसराइ खागा फतेहपुर कल्याणपुर त्रवाडीपुर कानपुर काच- जैन श्वे. मंदिर जोवा लायक छे. लक्ष्मणपुरा चोबेपुरा ठाकुरद्वारमा उतराय छे. १३॥ लालपुर बजारे १६ मोटा ददेरा मीरां सराई م ه س م १२
SR No.006292
Book TitleVihar Varnan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayantvijay
PublisherYashovijay Jain Granthmala
Publication Year1926
Total Pages158
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size11 MB
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