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________________ सद्दसूई विप्पयारं तिरस्कार को। विअणं वेदना को। विलया स्त्री। विरमालेइ प्रतीक्षा करता है। विसूरइ=खिन्न होता है। विहीरेइ प्रतीक्षा.करता हैं। वीवाहो=विवाह । वुड्ढोवृद्ध । वेल्लेज्जरमण करें। वेवेइ-कंपित करता है। वेसासिओ विश्वसनीय । संथवोपरिचय । संथुओ=परिचित । सइ-सदा । सई-एक बार। सत्थं स्वार्थ । सतंतो-स्वतंत्र । सत्ती-घोड़ा। सणिशं=धीरे। सणिद्धो-मित्र । सयराहं-शीघ्र। सवं कान को। साहसु=कहो। साहेति-कहते है। सुंदेरं सौन्दर्य । सुणेत्ता=सुनकर । सुदइवं सद्भाग्य ।। सुदायस्स= दहेज की। हक्केइ निषेध करता है। हिअं-हृदय । सज्झसं=भय ।
SR No.006276
Book TitlePaia Padibimbo
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVimalmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1998
Total Pages170
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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