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चत्तारि लोगुत्तमाअरिहंता लोगुत्तमा, सिद्धा लोगुत्तमा, साहू-लोगुत्तमा, केवलि-पण्णत्तो धम्मो लोगुत्तमो। चत्तारि सरणं पव्वजामि, अरिहंते सरणं पव्वजामि, सिद्धे सरणं पव्वजामि, साहू सरणं पव्वजामि, केवलि-पण्णत्तं धम्मं सरणं पव्वजामि। यह चार शरण दुःख हरण जगत में
और न शरणा कोई होगा। जो भव्य प्राणी करे आराधन
उसका अजर अमर पद होगा। | संक्षिप्त प्रतिक्रमण सूत्र | इच्छामि ठामि पडिक्कमिडं जो मे देवसिओ अइयारो कओ, काइओ, वाइओ, माणसिओ, उस्सुत्तो, उम्मग्गो, अकप्पो, अकरणिजो,
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श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र