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________________ (८) उपवास सूत्र उग्गए सूरे अभत्तटुं पच्चक्खामि। चउब्विहं पि'आहारं-असणं, पाणं, खाइमं, साइमं । अन्नत्थणाभोगेणं, सहसागारेणं (पारिट्ठावणियागारेणं), महत्तरागारेणं, सव्वसमाहिवत्तियागारेणं, वोसिरामि। (९) अभिग्रह सूत्र अभिग्गहं पच्चक्खामि । चउन्विहं पि आहार-असणं, पाणं, खाइमं, साइमं । अन्नत्थणाभोगेणं, सहसागारेणं, महत्तरागारेणं, सव्वसमाहिवत्तियागारेणं, वोसिरामि। (१०) दिवसचरिम सूत्र दिवसचरिमं पच्चक्खामि। चउव्विहं पि आहारं-असणं, पाणं, खाइम, साइमं ।अन्नत्थणाभोगेणं, - १. साधक को तिविहार उपवास करना हो तो चउव्विहं पि के स्थान पर तिविहं पि बोले और 'पाणं' का पाठ न बोले। १४२ श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र
SR No.006269
Book TitleShravak Pratikraman Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPushkarmuni
PublisherTarak Guru Jain Granthalay
Publication Year
Total Pages148
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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