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बौद्ध परम्परा में प्रचलित मुद्राओं का रहस्यात्मक परिशीलन ...lxi अध्याय-3 : सप्तरत्न सम्बन्धी मुद्राओं का सोद्देश्य स्वरूप
96-107 1. चक्ररत्न मुद्रा 2. मणिरत्न मुद्रा 3. स्त्रीरत्न मुद्रा 4. पुरुषरत्न मुद्रा 5. हस्तिरत्न मुद्रा 6. अश्वरत्न मुद्रा 7. उपरत्न मुद्रा 8. खड्गरत्न मुद्रा अध्याय-4 : अष्ट मंगल से सम्बन्धित मुद्राओं का स्वरूप एवं मूल्य
108-139 1. निधि घट मुद्रा 2. पद्म कुंजर मुद्रा 3. श्री वत्स्य मुद्रा 4. सितात पत्र मुद्रा 5. सुवर्ण चक्र मुद्रा 6. वज्र आलोक मुद्रा 7. वज्र दर्शे मुद्रा 8. वज्र धर्मे मुद्रा 9. वज्र धूपे मुद्रा 10. वज्र गंधे मुद्रा 11. वज्र गीते मुद्रा 12. वज्र हास्ये मुद्रा 13. वज्र लास्ये मुद्रा 14. वज्र मृदंगे मुद्रा 15. वज्र मुरजे मुद्रा 16. वज्र नृत्ये मुद्रा 17. वज्र रास्ये मुद्रा 18. वज्र पुष्पे मुद्रा 19. वज्र स्पर्श मुद्रा 20. वज्र वंशे मुद्रा 21. वज्र वीने मुद्रा 22. कनक मत्स्ये मुद्रा 23. कुण्ड ध्वज मुद्रा 24. शंखावर्त मुद्रा। अध्याय-5 : अठारह कर्त्तव्य सम्बन्धी मुद्राओं का सविधि विश्लेषण
140-153 ___ 1. बुत्सु बु-सम्मय-इन् मुद्रा 2. चतुर दिग् बंध मुद्रा 3. हयग्रीवा मुद्रा 4. क-इन् मुद्रा 5. कोंगो-मो-इन् मुद्रा 6. पुष्पमाला मुद्रा 7. रत्न वाहन मुद्रा 8. शौ-छ-सै-इन् मुद्रा 9. जौ-जु-म-को-कु इन् मुद्रा 10. महावज्र चक्र मुद्रा 11. वज्र बंध मुद्रा। अध्याय-6 : बारह द्रव्य हाथ मिलन सम्बन्धी मुद्राओं का प्रभावी स्वरूप
154-166 1. बिहररै सत-गस्सहौ मुद्रा 2. बोद गस्सहौ मुद्रा 3. फुकुशु गस्सही मुद्रा 4. हरनम गस्सहौ मुद्रा 5. कुम्मर गस्सहौ मुद्रा 6. मिहरित गस्सही मुद्रा 7. नेबिन गस्सहौ मुद्रा 8. ओत्तनश गस्सहौ मुद्रा 9. संफुट गस्सहौ मुद्रा 10. तैरै गस्सहौ मुद्रा 11. अदर गस्सहौ मुद्रा।