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188... बौद्ध परम्परा में प्रचलित मुद्राओं का रहस्यात्मक परिशीलन
निखि
अभिद-बुल्सु- सेप्पी-इन् मुद्रा - 2
केन्द्र को सक्रिय करते हुए उच्चतर चेतना एवं आत्मिक शक्तियों का विकास करती है। इससे भावों का निर्मलीकरण एवं परिशोधन होता है। यह युवावस्था के विकास में भी महत्त्वपूर्ण सहयोग प्रदान करती है। • एक्युप्रेशर विशेषज्ञों के अनुसार यह मुद्रा रक्त आपूर्ति, बच्चों में स्फूर्ति एवं सत्प्रवृत्तियों का विकास करती है।
11. अभिद - बुत्सु - सेप्पौ - इन् मुद्रा - 3
अभिद-बुत्सु-सेप्पौ-इन् नामक मुद्रा का यह तीसरा प्रकार मध्यम वर्ग के उत्तम श्रेणियों के लिए है। शेष वर्णन पूर्ववत समझें।