________________
अध्याय-5
अठारह कर्त्तव्य सम्बन्धी मुद्राओं का सविधि
विश्लेषण
कर्तव्यों का पालन हर क्षेत्र में आवश्यक है। बौद्ध पूजा उपासना के सम्बन्ध में अठारह कर्त्तव्यों की चर्चा मिलती है। इन कर्त्तव्यों के निर्देशन के रूप में ग्यारह मुद्राओं का वर्णन मिलता है। इन मुद्राओं का मुख्य उद्देश्य कर्तव्यों के प्रति जागृति लाना है। इन मुद्राओं का स्वरूप इस प्रकार है1. बुत्सु बु-सम्मय-इन् मुद्रा
यह तान्त्रिक मुद्रा जापानी बौद्ध परम्परा में धर्म गुरुओं और भक्तों द्वारा धारण की जाती है। इन मुद्राओं को अठारह कर्तव्यों के समय मंत्रोच्चार पूर्वक
बुत्सु बु-सम्मय-इन् मुद्रा