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Ixii... पूजा विधि के रहस्यों की मूल्यवत्ता - मनोविज्ञान एवं अध्यात्म...
• जिन पूजा में वरख का प्रयोग करना चाहिए या नहीं? अध्याय-6 : पूजा उपकरणों का संक्षिप्त परिचय एवं ऐतिहासिक विकास क्रम
206-219 • पूजा उपकरणों का स्वरूप एवं उनका प्रयोजन • जिन पूजा के उपकरण आगम काल से अब तक • जिन पूजा सम्बन्धी उपकरण एवं उपादान सूची अध्याय-7 : जिन पूजा विधि की त्रैकालिक आवश्यकता एवं अनुभूतिजन्य रहस्य
220-290 • जिन पूजा की पारमार्थिक महत्ता • सर्वांगीण विकास का महत्त्वपूर्ण चरण जिन पूजा • शारीरिक स्वस्थता एवं तनाव मुक्ति का अनुभूत प्रयोग जिनपूजा • आध्यात्मिक उत्कर्ष में जिनपूजा की सदाशयता • जिन दर्शन के विविध चरण एवं उनकी श्रेयस परम्परा • जिन पूजा एक रहस्यमय अभियान
* निसीहि त्रिक मर्यादा बोध का अनुपम उपाय कैसे? * प्रदक्षिणा तीन ही क्यों? * लौकिक परिप्रेक्ष्य में तिलक की महत्ता * तिलक क्यों करना चाहिए? * तिलक कहाँ और किसलिए किया जाता है? * तिलक का ऐतिहासिक माहात्म्य * गर्भगृह के प्रवेश द्वार पर शेर की मुखाकृतियाँ क्यों? * पूजा करते समय मुखकोश क्यों और कैसा बांधना चाहिए? * मुखकोश कब बांधना चाहिए? * मुखकोश बांधने की विधि * पौषध आदि में कंदोरा बांधा जाता है तब पूजा करते समय कंदोरा बांधना चाहिए या नहीं? * जिन पूजा अनामिका अंगुली से क्यों करनी चाहिए? * परमात्मा की पूजा हेतु सफेद वस्त्रों का विधान क्यों? * पूजा के लिए वस्त्र रेशमी हो या सूती?
• घंटानाद-शंखनाद आदि का प्राकृतिक स्वरूप एवं कारण • आरती एवं मंगल दीपक के लौकिक एवं लोकोत्तर लाभ • प्रार्थना का अलौकिक स्वरूप और उसके लाभ • प्रार्थना, परमात्मा के समक्ष क्यों करनी चाहिए? • परमात्मा के शीतल चरणों में क्या कामना करें?
• जिन दर्शन एक लाभ पूर्ण अनुष्ठान • भक्ति वृद्धि का राजमार्ग त्रिकाल पूजा • त्रिकाल पूजा की समय सारणी
__ * प्रातः कालीन पूजा का स्वरूप एवं वासक्षेप पूजा के विचारणीय तथ्य * प्रात:कालीन पूजा वासक्षेप से ही क्यों? * मध्याह्नकालीन पूजा के सारभूत