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________________ बन्धन्ता निज्जरन्ता य 24, 36 बन्धणं मोयणं चेव 17, 6 बितियं जरो दुपाणत्थं 21, 6 भूताम्माण 2, 5 या अंकुरणिप्पत्ती 2, 4 बुज्झते बुज्झते चेव 24, 21 भासच्छण्णो जहा वही 15, 24 भुंजित्तुच्चावए भोए 4, 7 मच्छा व झीणपाणीया 41, 4 मज्जं दोसा विसं वही 9, 21 तारम्ममा 45, 26 भो भोच्चा 38, 2 मम्मि अरज्जन्ते 29, 4 मणुण्णम्मि अरज्जन्ते 29, मम्मि अरज्जन्ते 29, 8 मणुण्णम्मि अरज्जन्ते 29, 10 मणुण्णम्मि अरज्जन्ते 29, 12 मण्णन्ति भद्दकं भद्दका 30, 6 2 बाणेण विद्धे तु 35, मण्णे बाणेण विद्धे तू 35, 4 मणे बाणेण विद्धे तु 35, 6 मण्णे बाणेण विद्धे तु 35, 8 मम्मं ससल्लजीवं च 17, 5 महाविसे वही दित्ते 36, 9 माणो पच्चोतरित्ताणं 5 मा ममं जाऊ कोयी 41, 14 मासे मासे य जो बालो 41, 13 मिगा बज्झन्ति पासेहिं 21, 2 मगरीय भुयंगो य 21, 7 मिच्छत्तं अनियत्ती य -9, 5 मुक्कं पुप्फं व आगासे 6, 4 मूलकोउयकम्मेहिं 41, 12 मूलघाते तो रुक्खो 25, 1 508 इसिभासियाई सुत्ताई 337 307 319 245 245 334 मोहमूलमणिव्वाणं 2, 7 301 253 415 276 429 402 361 361 361 362 362 366 389 389 390 390 307 397 259 418 418 318 319 272 262 417 343 मूलसेते फलुप्पत्ती 2, 6 मूलसेते फलुप्पत्ती 13, 4 मूलसेके फलुप्पत्ती 15, 7 मेहुणं तु ण गच्छेज्जा 26, 5 मोहक्ख उ जुत्तस्स 38, 9 मोही मोहीण मज्झम्मि 24, 35 मोहोदई सयं जंतू 24, 34 मोहोदये सयं जन्तू 24, 33 रणे वग्गणा दड्ढा 3, 12 रम्मं मन्तं जिणिन्दाणं 45, 27 संजिब्भवादाय 29, 9 गंगे चेव य विदोसे से 44 रायाणो वणिया ? जागे 26, 2 रूवं चक्खुमुवादाय 29, 5 लाभम्मि जेण सुमणो 43, 1 लुप्पती जस्स जं अत्थि 13, 5 वज्जेज्ज Sणारियं भावं 19, 1 वणं वहिं कसा य 15, 22 वहिणो णो बलं छित्तं 36, 2 वहिं रविं ससंकं वा 24, 5 वहिं सीताहतो वा वि 45, 29 वही अणस्स कम्मस्स 15, 23 वही सरीरमाहारं 16, 3 वत्थादिएसु सुज्झेसु 9, 27 वदतु जणे जं से इच्छियं 4, 22 ववगयकुसले संछिण्ण 27, 7 मारुयसंजोगा 9, 24 वाहिक्खयाय दुक्खं वा 38, 7 विकीतं तेसि सुकडं 41, 2 विज्जामन्तोपदेसेहिं 41, 11 विज्जोपयारविण्णाता 11, 4 विज्जोसहिणिवाणेसु 9, 16 245 290 297 347 404 245 337 337 337 250 429 362 422 346 361 421 290 311 300 395 330 429 300 304 277 257 353 276 403 415 417 285 274
SR No.006236
Book TitleRushibhashit Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar, Sagarmal Jain, Kalanath Shastri, Dineshchandra Sharma
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2016
Total Pages512
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_anykaalin
File Size33 MB
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