________________
228. सूत्रकृतांग 1/6/28 229. (अ) थेरगाथा अट्ठकथा-प्रथम भाग पृष्ठ 153
(ब) देखें-Dictionary of Pali Proper Names, Vol. II, P. 320 230. ऋषिभाषित अध्याय 30 231. (अ) भगवतीसूत्र सूत्र 128, 132
(ब) विशेषावश्यक भाष्य 2435 232. सम्पूर्ण सन्दर्भो के लिए देखें-महाभारत नामानुक्रमणिका पृष्ठ 303 233. ऋषिभाषित अध्याय 31 234. (अ) वही 31; (ब) उत्तराध्ययन 23/12; (स) आवश्यकनियुक्ति 236;
(द) सूत्रकृतांग 2/7/81 235. अर्हत् पार्श्व और उनकी परम्परा, प्रो. सागरमल जैन, पृष्ठ 1-7 236. आचारांग 2/15/25 237. सूत्रकृतांग 2/7/8 238. समवायांग 8/8, 9/4; 16/4; 23/3 239. भगवती 1/9/423 240. औपपातिक 2/5/95 241. राजप्रश्नीय 213 (मधुकर मुनि) 242. निरयावलिका 3/1 243. कल्पसूत्र 149/159 244. आवश्यकचूर्णि भाग 1, पृष्ठ 285, 291, 298 245. उत्तराध्ययन 23/12-13; सूत्रकृतांग 2/7/38 246. भगवती 1/9/432-433 247. अर्हत् पार्श्व और उनकी परम्परा, पृष्ठ 36-38 248. ऋषिभाषित अध्याय 31 249. देखें—ऋषिभाषित अध्याय 31 250. ऋषिभाषित, 32 251. वही 32 252. बौद्ध परम्परा में पिंग सम्बन्धी समस्त विवरणों के लिए देखें-Dictionary of Pali
___ Proper Names, Vol. II, P. 198-200 253. देखें-पं. दलसुखभाई अभिनन्दन ग्रन्थ (पार्श्वनाथ विद्याश्रम वाराणसी) में प्रकाशित
उनका लेख। 254. (अ) सुत्तनिपात अट्ठकथा भाग 2, पृष्ठ 603
(a) Dictionary of Pali proper Names, Vol. II, P. 199 255. देखें-महाभारत नामानुक्रमणिका पृष्ठ 197 126 इसिभासियाई सुत्ताई