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१०. ॐ अशोकायै स्वाहा ११. ॐ श्रीवत्सायै स्वाहा १२. ॐ चंडायै स्वाहा १३. ॐ विजयायै स्वाहा १४.ॐ अंकुशायै स्वाहा १५.ॐ प्रज्ञप्त्यै स्वाहा १६. ॐ निर्वाण्यै स्वाहा १७.ॐ अच्युतायै स्वाहा १८.ॐ धारिण्यै स्वाहा १९. ॐ वैरोट्यायै स्वाहा २०.ॐ अच्छुप्तायै स्वाहा २१. ॐ गांधार्य स्वाहा २२. ॐ अंबायै स्वाहा २३.ॐ पद्मावत्यै स्वाहा २४.ॐ सिद्धायिकायै स्वाहा
वलय श ...... (यंत्रमा सुमारली मांडतामा अक्षत, मुंहाना लाडू २-२, EISम २-२) नमोऽर्हत्० देवीओ चक्केसरि, अजिआ दुरिआरि काली महाकाली ।
अच्चुआ संता जाला, सुतारया-सोय सिरिवच्छा ।। ९ ।। ह्रीं स्वाहा चंडा विजयंकुसि, पन्नइति निव्वाणि अच्चुआ धरणी ।
वइट्ट-छुत्त गंधारि, अंब पउमावइ सिद्धा ।। १० ।। ह्रीं स्वाहा ॐ नमो जिणाणं, सरणाणं,मंगलाणं, लोगुत्तमाणं, हाँ ह्रीं हूँ हँ हाँ हः अ-सि-आ-उ-सा त्रैलोक्य- ।। ललाम-भूताय, क्षुद्रोपद्रव - शमनाय अर्हते नमः स्वाहा । ॐ ह्रीं श्री परमपुरुषाय...... जलादिकं यजामहे स्वाहा (अष्टप्रकारी पूजा)
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