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चन्द्राय जलादिकं यजामहे स्वाहा ।। (मisतामा भमरानो लाई, शे२७१) ४. ॐ श्री अजितायै स्वाहा । (भांडतामा संतरा) ५. ॐ ह्रीँ हुँ हं सः नमः दक्षिणदिगधीशाय विदुमवर्णाय रक्ताम्बराय भूमिस्थिताय कुद्दालहस्ताय श्री
मङ्गलाय जलादिकं यजामहे स्वाहा ।। (मisतामा धानो ला, राती सोपारी) ६. ॐ श्री अपराजितायै स्वाहा ।। (मisतामा संतRI) ७. ॐ ऐं नमः उत्तरदिगधीशाय हरितवस्त्राय कलहंसवाहनाय पुस्तकहस्ताय श्री बुधाय जलादिकं
यजामहे स्वाहा ।। (मisतामा भानो लाई, संतर।) ८. ॐ श्री जम्भायै स्वाहा ।। (भांडतामा संत।) ९. ॐ श्री जीव जीव नमः बृहतीपतये ईशानदिगधीशाय सर्वदेवाचार्याय सर्वग्रहबलवत्तराय
काशनवर्णाय पीतवस्त्राय पुस्तकहस्ताय हंसवाहनाय श्री गुरवे जलादिकं यजामहे स्वाहा ।।
(मiscामा यानी EIGनो लाड, संत।) १०. ॐ श्री मोहायै स्वाहा ।। (मisतामi संत।) ११. ॐ सँ नमः दैत्याचार्याय आग्नेयदिगधीशाय स्फटिकोज्वलाय श्वेतवस्त्राय कुम्भहस्ताय
तुरगवाहनाय श्री शुक्राय जलादिकं यजामहे स्वाहा ।। (भांडतामा भमरानो लाई, जी३) १२. ॐ श्री गौर्यै स्वाहा ।। (भांडतामा संतर)
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