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ॐ हीअर्ह श्री श्री बिमलस्वामीजिनेन्द्राय, देवाधिदेवाय, पीतवर्णाय, महाशीलादिगुणोपेत कृतवर्मश्यामानन्दनाय, शासनरक्षक षण्मुख-विदिता परिपूजतिाय, शूकरलंछन सुशोभिताय, श्रीमदर्हते जलादिकं यजामहे स्वाहा । जाप्यमन्त्र :- ॐ ह्रीश्री विमलनाथाय नमः ।
।। अथ श्री अनंतनाथ पूजा ।। १४ ।। नमोऽर्हत् :अनन्तकर्मभेत्तार-, मनन्तानन्त शर्मदम् । अनन्ताऽऽनन्द दातारं, नमाम्यनन्ततीर्थपम् ।।१४ ।। ॐ हींअहँ श्री अनन्तनाथ जिनेन्द्राय, देवाधिदेवाय, पीतवर्णाय, महाशीलादि-गुणोपेत-सिंहसेन सुयशानन्दनाय, शासनरक्षक पाताल-अड्डशापरिपूजिताय, श्येनलंछनसुशोभिताय, श्रीमदर्हते जलादिकं यजामहे स्वाहा । जाप्यमन्त्र :- ॐ ह्रीश्री अनंतनाथाय नमः ।
|| अथ श्री धर्मनाथस्वामि पूजा ।। १५ ।। नमोऽर्हत् :ध्वस्ताधर्म -सुधर्माणं, धर्मचक्रप्रवर्तकम् । धर्मनाथं महाधीरं, ध्यायामि धर्मनायकम् ।।१५।। ॐ हींअर्ह श्री धर्मनाथजिनेन्द्राय, देवाधिदेवाय, पीतवर्णाय, महाशीलादिगुणोपेत-भानु-सुव्रतानन्दनाय,