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बृहद्गच्छीय लेख समुच्चय (९६) अभिनन्दन-पंचतीर्थी
॥ संवत् १४०१ वर्षे चइत (चैत्र) सुदि ७ बुधे बृहद्गच्छे ----------- नायनटके उप० टगउग ? गोत्रे व मझा भा० नाहना पु० खेता भा० खेतलदेव्या अभिनन्दन कारितं प्रतिष्ठितं श्रीधर्मचन्द्रसूरिभिः ॥ (९७) आदिनाथ-पंचतीर्थी
___सं० १४०६ वर्षे ज्येष्ठ वदि ९ रवौ उपकेशज्ञा० दो ---------- साह भा० सिंगारदेव्या पुत्र साजणेन पितृ मातृ श्रेयोर्थं श्रीआदिनाथबिंबं कारितं प्रतिष्ठितं श्रीरामचन्द्रसूरिभिः बृहद्गच्छीयै ॥ (९८) आदिनाथ-पंचतीर्थी
सं० १४०८ वैशाख सुदि ५ गुरौ प्राग्वाटज्ञातीय श्रे० सोभनपाल भार्या बाल्हू सुत आसधरेण भ्रातृ आल्हणसीह श्रेयसे श्रीआदिनाथबिंब कारितं प्र० बृहद्गच्छीय श्रीसर्वदेवसूरिभिः । (९९) आदिनाथ-पंचतीर्थी ___सं० १४०८ वैशाख सुदि ५ उपकेश पा । रगहटपाल सुतेन साटाणेन पित्रोः श्रेयसे श्रीआदिनाथबिंबं का०प्र०वृ० श्रीधर्मतिलकसूरिभिः । (१००) कायोत्सर्ग प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख
संवत् १४११ वर्षे आषाढ़ सुदि ३ शनौ श्रे० भीमड भार्या नयणा -------- श्रापा भार्या कडू द्वि० वयजलदेवि पुत्रलाषासहितेन --------- (प्र)तिमा कारिता प्र० बृहद्गच्छीय श्री (प) रमाणंदसूरिशिष्यैः श्री ----------|| (१०१) शिलालेख
॥ ॐ ॥ पातु वः पार्श्वनाथाय (योऽयं) सकल (लैः) सप्तभिः फणैः । - भयानां नरकाणां च जगद्रक्षति संघकान् ॥ १ ॥ ९६. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, वही, लेखांक ४००. ९७. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, बी०जै० ले०सं०, लेखांक ४०५. ९८. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, वही, लेखांक ४१४. ९९. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, वही, लेखांक ४२०. १००. शांतिनाथ जी का मंदिर, दीयाणा, अ०प्र०० ले०सं० (आबू, भाग ५), लेखांक ४९१. १०१. वारशाख (दरवाजे के ऊपर) का लेख, महावीरस्वामी का मंदिर. जीरावला. अ०प्र०जैले०सं०
(आबू, भाग ५), लेखांक १२०.