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१
अब्भुट्टिओ खामणेखामेमि राइयं...
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उत्थापन
( स्थापना
ऊठाने की )
मुद्रा
६
जिन - मुद्रा से कायोत्सर्ग
ध्यान
माला गिनने सुत्रोच्चारण योगमुद्रा से
की मुद्रा
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७
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पंचाङ्ग- प्रणिपात (खमासमणु)
स्थापना- मुद्रा
चैत्यवन्दना में दो गोडे भूमि पर
या बाया गोडा
खड़ा रख पेट पर दो कोणी व अञ्जलि योगमुद्रा से
मुक्ताशुक्ति मुद्रा से जावंति.
जावंत.
जय-वीयराय.