________________
૨૮૬
હૈમ સંસ્કૃત ધાતુ રૂપાવલી બીજાગણના અઘતની કર્મણિરૂપ ૧ લો પુ. એ. વ.
(१) अधि+इ-(२१) अध्यैषि, (१दो) अध्यायिषि, अध्यगायि, अध्यगीषि (२) इ-(२) ऐषि (१दो) आयिषि (3) ख्या (२.) अख्यासि (१लो) अख्यायिषि (४) तु- (१दो) अताविषि (२०) अतोषि (५) द्रा-(१el) अद्रायिषि (२) अद्रासि (6) दा (१दो) अदायिषि (२) अदासि (७) नु (१दो) अनविषि, अनाविषि (८) पा (२) अपासि (१तो) अपायिषि (6) प्सा- (२) अप्सासि (१दो) अप्सायिषि (१०) ब्रू (२०) अवक्षि (११) भा– (१दो) अभायिषि (२०d.) अभासि (१२.) मा-(१९ो) अमायिषि (२४) अमासि (१3) या (१यो) अयायिषि (२) अयासि (१४) यु (१८) अयविषि, अयाविषि (१५) रा-(१) अरायिषि (२) अरासि (१६) रु (१९ो) अरविषि, अराविषि (१७) ला-(१दो) अलायिषि (२) अलासि (१८) वा-(१el) अवायिषि (२) अवासि (१८) शी (दो) अशयिषि, अशायिषि (२०) श्रा(१दी) अश्रायिषि (२०) अश्रासि (२१) सु-(१तो) असाविषि (२). असोषि (२२) सू (१दो) असाविषि, असविषि (२.) असोषि (23) . स्तु-(१तो) अस्ताविषि (२) अस्तोषि (२४) स्ना-(१दो) अस्नायिषि (२०) अस्नासि (२५) स्तु-(१ct) अस्नाविषि, अस्नोषि (२६) हु(१लो) अह्राविषि (२) अह्रोषि (२७) अद् (२) आत्सि (२८) अन्-(१८) आनिषि (२८) चकास् (१तो) अचकासिषि (30) जक्ष् (१८) अजक्षिषि (3१) जागृ-(१यो) अजागरिषि, अजागारिषि (32) दरिद्रा-(१दो) अदरिद्रिषि, अदरिद्रायिषि, (33) रुद् (१दो) अरोदिषि (3४) शास्- (१८t) अशासिषि (3५) श्वस् (१मो.) अश्वसिषि (36) स्वप् (२) अस्वप्सि (3७) अस् (१दो) अभविषि, अभाविषि (3८) आ+शास् (१दो) आशासिषि (3८) आस् (१दो) आसिषि (४०) ईड् (१तो.) ऐडिषि (४१) ईश् (१) ऐशिषि (४२) चक्ष (१मो.) अचक्षिषि (४३) दिह् (t) अधिक्षि (४४) द्विष् (ओ) अद्विक्षि (४५) दुह् .(3) अधुक्षि (४६) मृज् (१लो) अमार्जिषि (२)अमार्क्षि