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________________ मिल मेलन मेल सर्ज स्पृश् स्पर्श स्पर्श स्फोट देशक मोच मोक्तृ पृष्टि છઠ્ઠા ગણના ધાતુસાધિત શબ્દ ૪૫૯ છઠ્ઠા ગણના ધાતુસાધિત શબ્દ धातु अ (अल्/ अन | अ | अक | तृ | ति अच्) (अनट् )| (घन) (णक) (तृच्) (क्ति) मेल मेलक | मेलित | मिलिति लिख लेख लेखन लेख लेखक | लेखित | लिखिति सर्ज सर्जन सर्जक | स्रष्ट । सृष्टि स्पर्शन स्पर्शक स्प्रष्ट/स्पष्टुं | स्पृष्टि स्फुट स्फुट स्फुटन स्फोटक | स्फुटित | | स्फुटिति स्फुर् स्फुर स्फुरण स्फोर स्फोरक | स्फुरितृ | स्फुरिति दिश् देश देशन देश दिष्टि मोच मोचन मोचक मुक्ति प्रच्छ प्रच्छ प्रच्छन प्रच्छ प्रच्छक प्रष्ट सेचन सेच सेचक | सिक्ति उञ्छ् उञ्छ उञ्छन उञ्छ उञ्छक उञ्छितृ | उञ्छिति कृत् कर्त कर्तन कर्त कर्तक कर्तित | कर्तिति कर्षण कर्षक | क्रष्ट/कर्ट | कृष्टि क() करण कार कारक खेदन खेदितृ | खिदिति तोदन तोदक तोदित । त्रोटक त्रुटित दरण दारक दर्तृ दृति धावक धुवित धुविति नावक नुविति पेशन पेश पेशक पेशित | पिशिति पर्तृ भ्रज भ्रज्जक भ्रष्टि मार मारक | मर्तृ रय । रयण राय । रायक | रेतृ । सिच् सेच कृष् . कर्ष कर्ष कीर्ति खेदक तुदिति त्रुटिति FATERESP त्रुटन । धुवन नुवन नुवितृ परण पारक प्रति भ्रस्ज् भ्रज्ज भ्रज्जन भ्रष्ट/भष्ट्र मरण मृति क
SR No.006058
Book TitleHaim Sanskrit Dhatu Rupavali Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDineshchandra Kantilal Mehta
PublisherRamsurishwarji Jain Sanskrit Pathshala
Publication Year2006
Total Pages298
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size15 MB
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