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________________ 74 वस्तु खापो. घशुक्ति, महमह पीज युहना भुवनमा मांसाहार हतो. ब्रतुल्य नेनी लडित નાભાહા ઈન્નતુલ્ય નૈની ના दुश्खामा खाले छे, तेंकना भवनमा या जा ६षली હતા એક વખત, ઇશુખ્રિસ્ત નક્ષામાં પાંચ માછલી बाच्या तेमना को · परोपकार बहारतानी वृास धनी हली होती क्यारे लोकन करवा जेठा प्यावे तेमांधी लिने पू नाग माछली हानमा खापी हीधी ग्राम विद्याशतो पोताना माटे सावेली वस्तु, पोते लुज्या रहाने यत्र खायी हीघा साम शुभ लाव होतो पूलते इसकी क्षानु उहेवाश सला- अनुउंचा होय चा रात्रे हान - खापे : ' होते तो याले साहेबका उØ भूमिकानो ते मांस छे ते नोबुचडे श्राखंड होयतो ने लूमिडानी व्यक्ति होय वे भूमिका प्रमाली उचित व्यवहार, खावे. सला खमांश हिडश रात्रे भमता होय खनेनें जींक खावेतो रात्रे पाय डे नहि? साहेजन :- के तमाश घरे रात्रिलोभन धनु होय तो तुमारे स्थापक पडे में तमाश घरमा खावडायारं यजातो होच तो तेने खापवानी नंबर नही: तमारी भूमिझ Youve Sectio छः तमाश भाडो ने जीवने न नमाडी तो पाड़ा पोतानो लेह तो हिंसा चाय च उहे वाशे खातो खोड उर्दू उर्हवाय खाम डे महेमान सावेने रसोधे उढ़ती माटे व हिंसा न डहवाच. प्रकार पड़े छो 249 हसडा शुल परिणाम बाजार्थी थोडं मुख्यध · क थाय रखने हानना घगा ܘܘ हिंडराने
SR No.005862
Book TitleAnukampadan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYugbhushanvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages400
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size8 MB
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