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धिर्ममांधी चाछा, इश्वानुं नशी सरखो यत्र
जागत
उहेता, या नानो धर्म डरोतो जेडोचार ध लय समाः झोलीटी भेजे साहेब:- हा, वोलीटी भेछये थोडो चला वैराज्य ने विवेक लेजवशीतो धर्मनी दुयी डचोलीटी खायशे: तीर्थंकरो यहां खावी रीते वया हता, सीधी के डांघे मोटो ड्रांधे मोटो धर्म नहोतो य शासिल है खीर वहोरावी. कुमारपाण रावांचे કુલ यठाच्या या वखते युष्यनो खूनुबंध चाখ लवमा वारे બાળર अत्ये खत्यंत छे जडूमान चहा छ योगनी जीक धला श्रीमंतो वसता डाम करनारी छ छोड़रो छे, या पापना
આગલા
शासिलछ नेमना प्यारे तेमने महात्मा के बांधे धैराज्य ने विवेक दृष्टिमां के टोमनी खानुजानु हला. तेनीमा गरीज छे वेपारी
हुजनो
झरो गरीज धर्ध गयो छे पोते लबाडनु काम दुवे छे. याबुजा श्रीमंत वंसता होवा छत्ता रा GIUS ੫੨ तेनी अर्थ छाया नहीं तेना अन्ये तेने खाहर डे
બ્રહ્માન ની પણ
ત્યાગીની ઉંડી અસર
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अत्ये जुहुमान ય छे त्या
थरावला
ठोर महात्मा के तेने त्या वहोबबा जावेला छे ते त्यां डाउसरग, ध्यानमा उला क्खे थेः तेमनी मुद्दा संत्यंत प्रशांत - निर्विकारी ટ્રાય धापकने जेसी रहे छे रहे छे 1 धन्य छे के खावी
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