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________________ 285 ईडल લેવાય તેટલા માત્રથી અનુબંધ ભાવોતો ભ્રૂણ ઘ્ન પુછ્યનું પાટલું બાંધી હખાનનું નથી. પણ્ શુળ नड्डी के धूरो खने खमारी या महेनत वंशे खाने डेटाचे गुणी खात्मा खो केमनामां यसै प्रेमनामा अनुबंध नही गुलोनी अनुमोहना नही दुस्ता डोम थे. पहा तेनाली परंपरा सर्प हकरों ગુણ छे यहा क्रेता तेथी तेमना ते याजे ने शाद डोह हथा 2 शुं धवानुं ? समाज डेली रीत यहे साहेजत लगवाने तेना मारे धोरा खायल छे खायला शास्त्री अंधे४ छ्यावता नही. तमे समशीतो भने नड्डी ड्ररी शो उहाहर तरीके मेनडा गांधी नो हाजतो लये. मेना गांधी ये सारी व्यक्ति छे, तेनु कवन चा तमारे त्या परपरा छ. कामे जघानो छैन धर्ममा ना होवाथी गजधुंधीश्री केनना संरडार के तथा जायहांहाना वजतथी સડ પેન જીવતા याच्या छो तेही खहिंसाक कवन सामान्य ठे आणि कोरे ने है. आरिंग कोरे में न मारवां बगेरेनी ४ छै क्यारे खा स्त्री तो पिकजी हुईलमा जन्मी हो सेना कूं हुई जमा जोन वेळ जावु सामान्य भचारे तेनॉ सन संभ्य गांधी झाले यथा या बंधु क छत्ता स्त्रीनी यहत्मा कोमजता होयाना डारले मोटी हिंसानी बातू खावे ब्यारे थे ज्यूड विरोध हरे खहिंसा पर तेजो सेजो सूखे यजवको हरेने छ प्यारे तेनी चोते हेतु नहुई सोधें रामवजी 8 रनारने टेडों यहां खाप भेदगीमा था या नावितक हता
SR No.005862
Book TitleAnukampadan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYugbhushanvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages400
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size8 MB
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