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________________ 265 भार नमारामां छे डारण प्रत्यु प्रत्ये हनु जहुमान अंतरगा ययुंजयी संसार मोरे तमारामा मूजधी खनेक डालो गाव यो छे. ग्यारे प्रत्युना शासन डेंदूला लाव छेते विभाववानुं साव धूरे डोह शडियाखो कमवा खावे त्या पहेला हाथ भेडीने इमाल लाने ला सला:- समय गीरी करवानी साहेजक:- डोनी खुशामत गीरी डरलागी ट खाया जो लोडना नाथ, हेवाधिदेव, नील तमारा वोलवटे तेनी लडिन बानी है.? दुनियानी यांचसूसीनो घगी उभी, यही नया करी तेथी हक रजडीचे छी. કલકત્તામાં જઘરાનાં કટલીયે પૈડાહી इसोटीनाथ महिशे छे. योजयोताना मोटा घर हैरासरी छे पलू तेमा तमने खेडया चुभरी नि मजे शाम तो देखोना घरोमा मोडूरानो चार होय. खेड वर्धना ट्रेलिया माटे या ज्ञे नोकरी होय. यहां ग्यारे रोडिया you दुरे हास लागे सला:- सहचारेतो धरना हे शंसरों बाश .0. त्यार लगवान tal याम्या छे 1 तमारा मांडता रहों ने साहेजन:- यां पछीधी वंश नहोला त्यां धुंध छे पल हड्रीडत की है तेमनी युत्रवधु यो चला शकधरानानी होय छत्ता वासरंग माने, डयो डाठे लडित भने डरवानी छे. सत्यारे लमे . खाम भगवान चल देरासरना त्रण लोडना नांधनी sछे रीते
SR No.005862
Book TitleAnukampadan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYugbhushanvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages400
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size8 MB
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