SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 219
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ लाला - लाल ति खाजा થશે કહેવાય छे चूक रखी लेग्ये केनो हिवस पूल वगरनो ! कायले बांकी यो उथो छे खाम प्रवृत्ति ना समयवु न्यारे पूल करो छ हम नही અનારા પચ્ચખાણ માં दीक्षा वखते धाजीखो वगाडीने खमने खायी हो छो?. छोडे पछी खाली दीक्षा - 1 رو a सला:- चरथालाएग दुःनमा उहेवाय छे बाहूजनना, खाखी पर्सहा सांमजे ते रीते हेरमा उद्देचाच छे. तमाश या क्यारे बार व्रत लेवाना होय के प्यारे वाक्ते गान्ते संधू साधे बहरमा सेवाना होय छे, वेधी संनेकने प्रेरणा खने संघनी अनुमोहनानुं जज मजे तेन व्हाय डोधे भतनी बिअसता खावेतो सायक कव होय तेने मर्यादा खावे सहेरमा लेवानी छे हाहमाङ मजे Y लेवाना छे ... ईस्ता हुरडाणा घुश्ती उंच मानवताना जधा अनुयाना अममा साधु पूरा! इश्तो बंधारे इंड लेंग धाय यम समे थे साथी सीधी खाज्ञा डरीदें तो खेनाथी चला धारे संयमी सांधुनी डारला होय ४ तेथी शरमबी यहा डॉम वधारे याय इंड लें घाय, धर्मात्मा पर छाय तो सजावे, नेतेही. ईडन उपदेशने ध्या जगी अनुया घ्या. शासनना हामी खनुशासन भार ४ छे. केटला तेम छो "जधा साधु तो सारा पसा खे चल सामने ला है जाज्ञा साम विधि साधे नाता पूर्व: राजता नही ते छत्ता उरखानो खादेश
SR No.005862
Book TitleAnukampadan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYugbhushanvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages400
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy