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________________ 196 आत्मा पर अनुया परेराटी धाय के 1- स्मशान राज्य छे out " सक्षा तमने साहेज तुमेतो स्मशानमा पहाटेवरची याचाली पीखो तेवा छो, नहोरता डेटली खावी छो सुला:- उटीन धंधे चुं नागलीशीलता ખલાસ થ ગટે છે Cited by the face water end 1) मण्यु खली धूप को खोजना सारामा खाँ घुनचा साथै छेडो रुपनो छाटी देशे खाखी लहगी महेनत करीने, मेजूवरेर माटीमा मजी गयु सामन खायो ग्वानु मृत्युमा श्रध्धानी कुन नधी, प्रत्यक्ष हेजाय छे, વાર્તાનો વિચાર ન કરશે તે તા / આટલી છત્તાણ खात्मा परसोड मूली के केने चोताना यात्मानी चिंता में नहोचते. जीवनी हया डेली रीने २ खने ९ वो यह थोड पापानुजंधी मुख्य बाँधशे ने केनाची थोडी लौतिक सामग्री भेजी हरी पायो डरी हुर्गान माहिम रखडशे. सरमावर्तमा यहा खावा मारे पहेली लाव घ्या वोळखे : तपाई बचाएग बचाएा छोडीने जीवन उचा सात क्षेत्र दुखानु नहीं नाहितर खा घ्या.डहानी तेषु महापुरषों उहे छे लगवाननु शासन समक्वा रूस सुपाजना रूपने रूपनुउया सीधी छः सुपात्रहाननो महिमा खावशे ત્યારે पर पडशे : शासिलहे ૧ વખત खीर व्होबाची तेनुं 10 इज छें, ते मध्यमइप डारा शातिलह मिध्यादृष्टि हता के समडिली के समडिती होतूतो होनतो खसंख्य biel जाँघते हान धर्म खसौBS छ छे युल्य तमाश اند -
SR No.005862
Book TitleAnukampadan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYugbhushanvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages400
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size8 MB
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