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- ૧૪૨ : स्थानी निमित | सूत्रनंबर | ।। सूत्र
औ + ऊ | औ ऊ | १-२-३६ | चादिः स्वरोऽनाङ्। औ + ऋ | आवृ | १-२-२४ | ओदौतोऽवाव्। औ३ + ऋ | औ३ ऋ| १-२-3२ . | प्लुतोऽनितौ । औ + ऋ | औऋ | १-२-3६ | चादिः स्वरोऽनाङ्। औ + ऋ | आवृ | १-२-२४ | ओदौतोऽवाव्। औ३ + ऋ | औ३ ऋ १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। औ + ऋ | औऋ | १-२-३६ चादिः स्वरोऽनाङ्। औ + लृ | आव्लु | १-२-२४ ओदौतोऽवाव्। औ३ + लृ | औ३ लु | १-२-३२ प्लुतोऽनितौ।
१-२-3६ चादिः स्वरोऽनाङ्। औ + ल | आव्ल | १-२-२४ ओदौतोऽवाव्।
१-२-३२ प्लुतोऽनितौ। | औल | १-२-36 | चादिः स्वरोऽनाङ्। औ + ए | आवे |
| आवे | १-२-२४ | ओदौतोऽवाव्। औ३ + ए | औ३ ए | १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। औ + ए | औए | १-२-36 | चादिःस्वरोऽनाङ्। औ + ऐ आवै | १-२-२४ | ओदौतोऽवाव्। औ३ + ऐ | औ३ ऐ | १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। औ + ऐ | औऐ | १-२-३६ चादिः स्वरोऽनाङ्। औ + ओ
| आवो | १-२-२४ | ओदौतोऽवाव्। औ३+ ओ | औ३ ओ| १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। औ + ओ | औ ओ | १-२-३६ चादिः स्वरोऽनाङ्। औ + औ | आवौ | १-२-२४ ओदौतोऽवाव्। और+ औ | औ३ औ| १-२-३२ | प्लुतोऽनितौ।
औ + औ | औ औ | १-२-३६ | चादिःस्वरोऽनाङ्। al. 3..... अ-इ-3 वर्णस्यान्तेऽनुनासिकोऽनीदादे : १-२-४१ थी यती
छ सन्धि विराममां थाय छे. ॥इति स्वरसन्धिः समाप्तः ॥
MATA