________________
रामय थपिलस्नीशीयसवेसि
पप्रारंमा
पोहार एसयमसहूर पासल,शंजेश्वर शिरघरशिंजेश्वर डेशवनश,हरतउरत
पगारापासरसबपन रसवरसती,स रसती लगवती नेहएशुलमति घयशुला गुर,प्रामुंत्रिउरएमेहाशालउरथून खिलरल,साघुसज्ला शिरारपतापतन पिनयन यथा,शुश्उहेर.अराग
दलित वपन पहपद्धति रयशुशीयसनी विषयमाषमापसारीने,बसनिधिमा नउरेलामासुरातांसन्ननसुजलहे, निन भन पायापयपाने पुष्टिवघ, विष ||
Jain Educationa International
For Personal and Private Use Only
www.jaklelibrary.org