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नव नवांजी, कूर कपूर नरपूर ॥थारिम आरिम का रिम कीधा रंगशुंजी,ला. कोडें पमूर ॥रंग॥६॥ वंत्रि त वंबित फलियां हो टलियां उःख सहु जी,हलीयां मलीयां हेज॥ वलीयां वलीया वखत रंगरलीयां करें जी, रंग महेल सुख सेज ॥ रंग ॥ ७ ॥त्रण कतु त्रण कतुना हो सुख जोगवे जी, त्रिदुं नुवनें साना ग्य ॥त्रणेही त्ररोही नारी हो सारी अप्सराजी, प ति नगति प्रेम राग ॥ रंग ॥७॥त्रणेही त्ररोही शोहे तिम मन मोहतीजी, पान सोपारी काथ ॥ रंग रस रंगरस शोहे त्रये एहवी जी, खीर खांम घीनी साथ ॥ रंग ॥ ए॥ दोगुंदक दोगुंदक सुर जिम नो गवे जी, मनवंडित काम नोग ॥ पुरुष पुरुष रतन जगें परगडो जी, कतपुस्य पुस्य संयोग ॥रंग॥१॥ मधुरी मधुरी कही ए एकवीशमीजी, जयतती ढाल सुरंग ॥ पदवी पदवी उंची हो पामी पुण्य थीजी, क. तपुस्य नाम तिवं चंग ॥ रंग ॥ ११ ॥
॥दोहा॥ ॥ कयवन्नो सुख जोगवे, सोनागी शिरदार ॥ माने श्रेणिक राजवी, माने अनय कुमार ॥ १ ॥
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