________________
93
४८
४९१
• त्रिशि145२५ तथा 'नयाता' व्यायाम विदा पार्थोनी याह.. आध्यात्मिकपूजा(वैदिक) जुओ पूजा
(४) सिद्धि
६९५-६९६, ७०१-७०२,१३१७ आनंदयोग जुओ योग (अवशिष्ट) (५) विनियोग ६९५, ७०२-७०३,१३१७ आनन्दप्रदा जुओ ज्ञानभूमिका
आशयशुद्धि जुओ शुद्धि आनन्त्य समापत्ति जुओ समापत्ति
आशातना १९६३, १९७५-१९७७, १९७९-१९८२ आन्तरशक्ति जुओ शक्ति
आशातनाफल १९८० आनुश्रविक ७५६, ७५७
आशुप्रज्ञ
१५३१ आपद्धर्म
आसङ्ग जुओ चित्तदोष आप्तस्वरूप १०४६
आसन
जुओ योगाङ्ग आभासिकावधारण ११६४
आसनसिद्धि १४९८ आभिसंस्कारिक जुओ कुविकल्प
आस्रव (जैनसम्मत) ९५९, ९६६, १३५२, १३८८ आयतन
४९२,५३४,५३६,९५७,१७०४ (१) सदायतन ५३४, ५३५
(१) कामास्रव ७२०, १२४९-५०, १५१८, (२) असदायतन ५३४
१६४९, १६७२ (३) भोगायतन ५८६, ५९३-५९४
(२) भवास्रव १२४९-५०, १५१८, १६४९, आयोज्यकरण १२८६, १२९२-१२९३
१६७२ आरनाल
(३) अविद्यास्रव १२४९-५०, १५१८, १६४९, आरम्भयज्ञ जुओ यज्ञ आरोप
१६०, ४८३, ७३४, ७४७, ८३८, आहारसंज्ञा २०१२,२०२० ९४६, ११०६, १३२८, १३३८, १५२५, | इच्छायम
जुओ यम १६३१, १७०९, १९०५
इच्छायोग जुओ योग (इच्छादि) आर्तध्यान जुओ ध्यान
इन्द्रियजय ९४७, १४८३, १८२०, १९२२ आलम्बनशुद्धि जुओ शुद्धि
१६२८ आलस्य
६९९, ८५९, ९२०, १११५, | इषुलक्ष्यक्रिया १४५८ १११७,१५०९,१५११ + जुओ योगान्तराय
१५८५ आर्जीकरण १२९२, १२९३
| इष्टापूर्त (इष्टापूर्तक,पूर्त) १६,१७,३१७-३१८, ३६३, आशय (प्रणिधानादि) ६९३-७०३
३९३, ३९७, ५१४, ९०९, १५८५-१५८६ (१) प्रणिधान ६८६, ६९३-६९७, ७०३-७०५, इहलोक-इहलोकनिर्वेदनीजुओ कथा-धर्मकथा-निर्वेदनी कथा
७१७-७१८, ७२०-७२२, ७२४, ७३८, ९१२, इहलोक-परलोकनिर्वेदनीजुओ कथा-धर्मकथा-निर्वेदनी कथा ९४८, १३१५, १३१७, १३९२, १५३८- | इहलोकसंवेजनी जुओ कथा-धर्मकथा-संवेजनी कथा १५३९, १६९९, १९३८, १९४९ इतिवृत्त कथा जु ओ कथा(ग्रन्थान्तरगत)-संकीर्णकथा
___ + जुओ प्रणिधान (अवशिष्ट) | ईर्यापथिकीबन्ध ५३०, २०४४ (२) प्रवृत्ति ६९२-७००, १३१७ | ईशकोटिपरमहंस जुओ परिव्राजक परमहंस (३) विघ्नजय ६९४, ६९५, ६९८-७००, ७०५, ईशानुग्रह १०८७,११४२-११४८, १७४० ७३८, १३१७
ईशित्व
जुओ लब्धि
१६७२
इव
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org