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मालाएस
नमा उवण्याय
बासाहणं
नमोक्कारो
एसा पंचनमाका
माआधारया
पावप्पणासणी
मंगलाण
सदाण
चालकास
आसक्त
अपरिग्रड ब्रह्मचय
पटमंहगई मगलय
Hओरहनाणं
अम्तय
सत्य
16210
आहसा
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माइभवर WATsiविचार
| અમદાવાદ )