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-વિધ્યર્થ કૃદન્ત
अनीय ।
| तव्य
अन (अनद
गणयितव्य | गणनीय
गण्य
गणन
+
-+
| रचयितव्य
रचनीय
रच्य
| रचन
63 | स्पृहयितव्य | स्पृहणीय
स्पृह्य | स्पृहण
+
६४ , गन्तव्य
गमनीय
गम्य
गमन
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द्रष्टव्य
दर्शनीय
दृश्य
| दर्शन
स्थातव्य
स्थानीय
स्थेय | स्थान
दातव्य
दानीय
देय
दान
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६८, पातव्य
पानीय
पेय
| पान
।
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६८ मत्तव्य
मदनीय
मद्य
| मदन
७०
श्रमितव्य
श्रमणीय
श्रम्य
श्रमण
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30
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