________________ ( 82 ) AYUMES 474 UDASANTHSAAS HEVISITIETIETIETITIXEYEATMES 3rdiaCkattestants जैन धर्म दिवाकर-राजस्थान दीपक-मरुधरदेशोद्धारकशाख विशारद परम पूज्य प्राचार्यदेव श्रीमविजय सुशीलसूरीश्वरजी महाराज साहत्र की र स्वरचित 'श्रीसुशीलनाममाला' की कृति प्रतीत सुन्दर, प्रशंसनीय, प्रादरणीय एवं अस्यासनीय है। মিল दिनाङ्क लि० 'श्री वर्द्धमान जेन तत्त्वज्ञान / प्रचारक विद्यालय श्री शिवगंज' के प्रधानाध्यापक एवं मैनेजर शा० भूरमल वीरचन्दजी प्रागबाट जैन लासवाला. 14---76 .