________________ -सुशीलनाममालायां 717 नाम 18. श्री गौतम स्वाम्यष्टक-वृत्तिः (स्तोत्र-स्तवन-छन्द-देववन्दन-रासादि सहिता). . 2-00 16. जैनधर्म अने तेनी प्राचीनता (गुजराती मा.) 1-50 जैनधर्म और उसका प्राचीनत्व (हिन्दी में)........ 20. प्रात्मनिन्दा-द्वात्रिशिका प्रकाशवृत्तिः . .... 2-50 21. वर्धमान-पञ्चाशिका (गुजराती) . . . . 1-00 ... ., (हिन्दी) ... ... ... 1-5 22... प्रभु महावीर जीवन सौरभ . .........2-75 (श्रीमहावीर भगवानना अजोड़ जीवननो अनुपम चितार) : 23. श्री सिद्धचक्र कुसुमवाटिका . .... 1.00 24. दीक्षानो दिव्य प्रकाश . .. 2-5 .... (विभाग 1, 2, 3 परिशिष्ट चार सहित) 25. प्रभु प्रार्थना अटक 26. . काव्यानुशासनम् (प्रवचूरिसहितम्) मा ...... 3-75 27. - प्रात्मजागृति शतक 1:25 28. प्रमीझरणां 26. श्री गुरुवन्दन भाष्यनो छंदोबद्ध भाषानुवाद ...........: .. (विवेचनादियुक्त) "] 2-75 30. मात्मिक प्रश्नोत्तरी 31. स्याद्वादविशिका-अर्थ ............. ..1.00 32.. जिनकल्याणकस्तुति चतुर्विशतिका .. .1... 33. तीर्थवन्दना-पंचाशिका . 1.01 * 34. शुभनामस्मरणस्तोत्र 35. श्री नमस्कारमहामन्त्र-द्वात्रिशिका 36. श्री नमस्कारमहामन्त्र-मौक्तिकमाला