SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 561
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 510 सुशीलनाममालायां औदार्यम् प्रौद्दालक प्रौदुम्बरः प्रोग्ड्रा प्रोपपत्तिकं प्रौपम्यं प्रीपयिकः प्रौपरोधिकः प्रोपवल्ला प्रौपवस्त्र 767 | ककुदावर्तः 2161 ककुन्दरः 1358 | ककुप 1637 | ककुभः 348 ककेदिकः 2656 कक्षः 1224 कक्षा 1357 कक्षाकृता 1404 / कक्षिवान् 1404 कङ्कः 2211 कङ्कपाः 1650 | कङ्कतः 1010 कङ्कपत्र: 2575 | कङ्कल: 880 | कङगुः 556 | कङ्गनी 1627 कपः कच्चर प्रौपवाह्यः ओमीनं औरभ्यं मौरभ्रक औरस: प्रौर्द्धदेहिक प्रौर्बः मौर्व शेपः प्रौलूक्यः मौशोरं प्रौषधिः औषधी .. 2248 . . 976 173 421,1966 2146 1948 1068,947 2707 1425 ,2121 1075 1120 1272 1013 2121 2121 .608 2606 2805 2878 2656,226 2457.417 1068 1066 1442 कच्चित् कः कच्छः 1661 कच्छपः 1961 कच्छपा 223 कच्छाघाटी 2280 कच्छाटिका 676 | कच्छुरः 2248 | कच्छूः ककुत् ककुद्वती ..702 ककुदी
SR No.004481
Book TitleSushil Nammala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysushilsuri
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandiram
Publication Year1988
Total Pages878
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size36 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy