________________ ifolitie समर्पण इस पुस्तक प्रकाशन में जिनके मंगलमय आशीर्वाद प्राप्त हुए ऐसे परमशासन प्रभावक परमकृपानिधि परमाराध्यपाद प्रातः स्मरणीय पतागच्छाधिपति जैन शासन संरक्षक महाराष्ट्रदेशोध्दारक सुविशाल गच्छादिपति परम गुरुदेव पं. पू. आचार्यदेव श्रीमद् विजयरामचन्द्र सूरीश्वरजी महाराज साहेब पुनीत कर कमलों में सादर समर्पण। नम्र सूचन इस ग्रन्थ के अभ्यास का कार्य पूर्ण होते ही नियत समयावधि में शीघ्र वापस करने की कृपा करें. जिससे अन्य वाचकगण इसका उपयोग कर सकें.