________________ पणिट्ट 11 त्तराभद्दा 12 // 311 // रेवइ 13 रेवइ 14 पुस्सो 15, भरणी 16 कत्तिय 17 सरेवई 18 भरणी 19 / सवण 20 स्सिणि 21 चित्त 22 विसा-ह 23 साइ 24 जिणमुक्ख नक्खत्ता // 312 // अभिजिन्मृगशीर्षा, पुष्यपुनर्वसू च चित्राऽनुराधा / / ज्येष्ठामूलं पूर्वाषाढाधनिष्ठोत्तराभाद्रपदाः // 311 // रेवती रेवती पुष्यः, भरणी कृत्तिका रेवती च भरणी / / श्रवणोऽश्विनीचित्राविशाखा, स्वातिर्जिनमोक्षनक्षत्राणि // 312 // ___मयरो 1 वसहो 2 मिहुणो, 3 दुसु कक्कड 4 -5 कण्ह 6 दुसु अलीअ 7-8 धणू // 10 धणु कुंभो 11 तिसुमीणो, 12 -13-14 कक्कड 15 मेसो 16 वसह 17 मीणो 18 // .. 313 // मेसो 19 मयरो 20 मेसो 21, तिसु तुल 22 23-24 एएउ मुक्खरासीओ // कयजोगनिरोहाणं, मुक्खढाणा जिणाण इमे // 314 // ___ मकरो 1 वृषभो 2 मिथुनो, 3 द्वयोः कर्कटः 4-5 कन्या 6 द्वयोरलि 7-8 धनुः 9 // धनुः 10 कुम्भ 11 त्रिषु मीनः, 12-13-14 कर्कट 15 मेषौ 16 वृषभ 17 मीनौ 18 // 313 // मेषो 19 मकरो 20 मेष-२१ त्रिषु तुलै-२१-२३-२४ ते तु मोक्षराशयः // कृतयोगनिरोधानां, मोक्षस्थानानि जिनानामिमानि // 314 //