________________ मणतइ 14 धम्मो 15, संती 16 कुंथू 16 अरो अ 18 मल्ली अ 19 / मुणिसुद्यय 20 नमि 21. नेमी 22, पासो 23 वीरो 24 अ जिणनाम // 107 // ऋषभोऽजितःसंभवो,-ऽभिनन्दनःसुमतिःसुप्रभः [पद्मप्रभः] सुपार्थः। चन्द्रप्रभः सुविधिः शीतलः, श्रेयांसो वासुपूज्यश्च // 106 // विमलोऽनन्तजिद्धर्मः, शान्तिःकुन्थुररश्च मलिश्च / मुनिसुव्रतोनमिनेमी, पार्थो वीरो जिननामानि // 107 // वयधुरवहणा उसहो, उसहाइमसुविणलंछणाओ अ१। रागाइ अजिअ अजिओ, न जिया अक्खेसु पिउणंबा 2 // 108 व्रतधुरवहनावृषभ-ऋषभादिमस्वप्नलाञ्छनाञ्च 1 / रागाद्यजितोऽजितो-न जिताऽक्षेषु पित्राऽम्बा 2 // 108 // सुह अइसयसंभवओ, तइओ भुवि पउरसस्स संभवओ 3 / अभिनंदिजइ तुरिओ, हरीहि हरिणा सया गम्भे 4 // 109 // शुभाऽतिशयसंभव-स्तृतीयोभुवि प्रचुरसस्यसंभवतः 3 / अभिनन्द्यते तुरीयो-हरिभिर्हरिणा सदा गर्भे 4 // 109 // सयमवि सुहमइभावा, अंबाइविवायभंगओ सुमई 5 / अमलचा पउमपहो, पउमपहाअंकसिजडोहलओ 6 // 110 // स्वयमपि सुमतेर्भावा-दम्बा या विवादभगतःसुमतिः 5 / __ अमलस्वात्पन्नप्रभः, पद्मप्रभाशय्यादोहदतः 6 // 110 // .