________________ 580 876 . 208 526 उवलेवों होइ भोगेसु उवसमसेणि च उक्कं एअं जे गुणभूरिसूरि एक्कमि कुले एकंमि जह तलाए एक्कस्स जाव न अंतं एगदिणे जे देवा . एक्केक्कमि विसए एगमि उदगबिंदुमि गो जायइ जीवो एगो बंधइ कम्म एगो भत्तकहाए एगो साहू एगा य एमाइ गुरुवइट एयं करेमि एण्हिं ए यं चिय बहुलाओ एरिस पत्त सुखेत्ते एवमाइ उ जा भासा एवं च नामसामण्ण एवं धम्म विउकम्म एवं सुसीलवंतो एसो चउगइ गुहिरों एसो मंगल निलओ ओलावगिद्ध कइआ तवतणु कइआ विसयमहा 796 / कइआहं विसयतिसा 618 903 | कळं करेसि अप्प 95.2 621 | कत्थइ महुरं 706 कत्थ अम्हारिसा . 240 कत्थ वि जीवो बलिओ 198 184 | कत्थ वि तवं न ततं 820 कत्थ वि दलं न गंधो .. 819 कत्थ वि धणं न दाणं .. 405 कत्थ वि फलं न छाया . 406 403 कणयंपि जो कलित्ता कंदप्पदलणस्स 727 कम्ममसंखिन्नभवं 904 945 कम्ममसंखिज्ज 659 कम्मं दुक्खसरुवं 318 कम्माण मोहणिज्ज 343. कय विविह विप्पियाओ 278 .418 करचुलुअपाणिएण वि 452 347 | कल्लाणकोडिजणणी 250 कवडकुडुबकुडीओ. 1001 कह कच्छूली कच्छू 142 465 कारण बंभचेरं 793 712 कामंध निविवेआ 589 783 कामाणुरंजियं 865 548 कामो य कामिणीणं कालम्मि अणाइए 617 | कालम्मि कीरमाणं * 734 / कवी 212