________________ 27 भत्तपरिणापयन्नो (3) रइ-अरइ-तरलजीहाजुएण संकप्पउन्भडफणेणं / विसयबिलवासिणा मयमुहेण विब्बोअरोसेणं / / 109 / / कामभुअंगेण दट्ठा लज्जा-निम्मोअदप्पदाढेणं / नासंति नरा अवसा दुस्सहदुक्खावहविसेणं // 110 // लल्लक्कनिरयविअणाओ घोरसंसार-सायरुव्वहणं / संगच्छझ् न य पिच्छइ तुच्छत्तं कामिअसुहस्स // 111 // वम्मह-सर-सयविद्धो गिद्धो वणिउव्व रायपत्तीए / पाउक्खालयगेहे दुग्गंधेऽणेगसो वसिओ // 112 // कामासत्तो न मुणइ गम्मागम्मपि वेसिआणुव्व / सिट्ठी कुबेरदत्तो निअयसुआ-सुरय-रइरत्तो // 113 // पडिपिल्लिअ-कामकलिं-कामग्घत्थासु-मुअसु-अणुबन्धं / महिलासु दोसविस-वल्लरीसु पयई नियच्छंतो // 114 // महिला कुलं सुवंसं पियं सुअं मायरं च पिअरं च / विसयंधा अगणंती दुखसमुद्दम्मि पाडेइ // 115 / / नीअं हिं सुपओहराहिं उप्पिच्छमंथरगईहिं / महिलाहिं निन्नयाहि व गिरिवरगुरुआवि भिज्जंति // 116 // सुठुवि जिआसु सुठुवि पिआसु सुठुवि परूढ-पेमासु / महिलासु भुअंगीसु व वीसंभं नाम को कुणइ ? // 117 // . वीसंभनिन्भरंपि हु उवयारपरं परूढ-पणयपि / कयविाप्प पिअं झत्ति निति निहणं हयासाओ // 118 // रमणीअईसणाओ सोमालंगीओ गुणनिबद्धाओ। नवमालइमालाउ व हरंति हिअयं महिलिआओ // 119 //