________________ // 571 // // 572 // // 573 // // 574 // // 575 // // 576 // इरिया भासा एसण आयाणाईसु तह परिटुवणा। सम्मं जा उ पवित्ती सा समिई पंचहा एवं पढममणिच्च-मसरणं संसारो एगया य अन्नत्तं / असुइत्तं आसव संवरो य तह निज्जरा नवमी लोगसहावो बोहि य दुलहा धम्मस्स साहआ अरहा / एयाउ हुंति बारस जहक्कम भावणीयाओ मासाई सत्तंता पढमा बिइ तइय सत्तराइदिणा। अहराइ एगराई भिक्खुपडिमाण बारसगं पडिवज्जइ एयाओ संघयणधिइजुओ महासत्तो / पडिमाओ भावियप्पा सम्मं गुरुणा अणुन्नाओ गच्छ च्चिय निम्माओ जा पुव्वा दस भवे असंपुण्णा / नवमस्स तइय वत्थु होइ जहण्णो सुआभिगमो वोसट्ठचत्तदेहो उवसग्गसहो जहेव जिणकप्पी / एसणअभिग्गहीया भत्तं च अलेवईं तस्स गच्छा विणिक्खमित्ता पडिवज्जइ मासियं महापडिमं / दत्तेगा भोयणस्स पाणस्स वि तत्थ एग भवे जत्थऽत्थमेइ सूरो न तओ ठाणा पयंपि संचलइ / नाएगराइवासी एगं च दुगं च अण्णाए दुट्ठाण हत्थिमाईण नो भएणं पयंपि ओसरइ। . एमाइनियमसेवी विहरइ जाऽखण्डिओ मासो .. पच्छा गच्छमुवेई एवं दुमासी तिमासि जा सत्त / नवरं दत्ती वड्डइ ज़ा सत्त उ सत्तमासीए तत्तो य अट्ठमीया भवई इह पढमं सत्तराइंदी। तीइ चउत्थचउत्थेणऽपाणएणं अह विसेसो 40 // 577 // // 578 // // 579 // // 580 // // 581 // // 582 // 40 .