________________ पंचकल्लाणिकनक्खत्त त्ति-उसभस्स उत्तरासाढा 4 अभिइ सिद्धो अजिय रोहिणि 4 मिगसिर मुक्खो 5 संभव मिगसिर 4 अद्दा सिद्धो 5 अभिणंदणो पुणव्वसू सुमई महा पउमप्पहो चित्ता सुपासो विसाहा चंदप्पह अणुराहा 4 जिट्ठा निव्वाणं सुविही मूल सीयल पुव्वासाढा सिज्जंस सवण 4 धणिट्ठा मुक्खो वासुपुज्ज सयभिस 4 पुव्वभद्दवया मुक्खो विमल उत्तरभद्दवया अणंत रेवई धम्मजिण पुस्सो संति भरणी कुंथु कित्तिया. अर रेवई मल्लिऽस्सिणि 4 भरणि मुक्खो मुणिसुव्वय सवण नमि अस्सिणि नेमि चित्ता पास विसाहा वीर उत्तरफग्गुणी / " साइ मुक्खो / उद्धट्ठाणठियाओ अहव पलियंकसंठियाओ वि। मुत्तिगईणं तेसिं जं तइयं नत्थि संठाणं // 445 // उसभो अस्टुिनेमी वीरो पलियंकसंठिया सिद्धा। ... अवसेसा तित्थयरा उद्धट्ठाणेण उ वयंति // 446 // उक्किट्ठ जहन्नेणं संखा विहरंततित्थनाहाणं / जम्मसमए वि संखा उक्किट्ठ जहन्नया तेसि // 447 // सत्तरिसयमुक्कोसं जहन्न वीसा य दस य विहरति / जम्मं पइमुक्कोसं वीसं दस हुंति उ जहन्ना // 448 // चउसट्ठी तित्थयरा धायईसंडे य निव्वुया वंदे। चउसट्ठी पुण वंदे पुक्खरद्धे य दीवम्मि // 449 // सोलस पुव्वविदेहे अवरविदेहे य सोलस य वंदे / पंचेव य पंचेव य भरहे अइरावए वंदे // 450 // उववासो१ आंबिलयंर निव्विय१३ इक्को य दो य तेरस उ। एकासणा य चुलसीइ४ कल्लाणे होइ तवसंखा // 451 // 22