________________ वसह 1 गय 2 हरिण 3 मक्कड 4, . रवि 5 चंद 6 मियारि 7 हत्थी 8 तह चंद 9 / सूरे 10 वसहे 11 वसहे 12 पउमे१३ पउमे१४ यं ससि१५ सूरा 16 हत्थी 17 वसहे 18 चंदा 19 सूरे 20 ऊरूसु हुंति लंछणया। इय विहरमाण जिणवर-वीसा य जहक्कमे नेया // 534 // इंदत्तं 1 चक्कित्तं र पंचाणुत्तरविमाणवासित्तं 3 / / लोगंतियदेवत्तं 4. अभव्वजीवेहि नो पत्तं // 535 // जो घायइ सत्ताई अलियं जंपेइ परधणं हरइ। परदारं चिय वच्चइ बहुपावपरिग्गहासत्तो // 536 // चंडो माणी थद्धो मायाकी निट्ठरो खरो पावो / पिसुणो संगहसीलो साहूण निदओ अहम्मो // 537 // दुटुबुद्धी अणज्जो बहुपावपरायणो कयग्यो य / बहुदुक्खसोगपरओ मरिउं निरयम्मि सो जाइ // 538 // कज्जत्थी जो सेवइ मित्तं कज्जे उ कए विसंवयइ। कूरो मूढमईओ तिरिओ सो होइ मरिऊणं // 539 // अज्जवमद्दवजुत्तो अकोहणो दोसवज्जिओ वाई / न य साहुगुणेसु ठिओ मरिउं सो माणुसो होइ // 540 // अविरयमाइ सुराउं बालतवो ऽकामनिज्जरो जयइ / सरलो अगारविल्लो सुहनामं अन्नहा असुहं // 541 // मूल 1 साह 2 प्पसाहा 3 गुच्छ 4 फले 5 पडियजंबु 6 भक्खणया सव्वं 1 माणुस 2 पुरिसे 3 साउह 4 झुझंत 5 धणहरणा 6 542 पूया जिणंदेसु रई वएसु जुत्तो अ सामाइयपोसहेसु / दाणं सुपत्ते सवणं सुसत्थे सुसाहुसेवा सिवलोयमग्गो // 543 //