________________ कालो१ सहावर नियई३ पुव्वकयं४ पुरिसकारणे५ पंच।। समवाए सम्मत्तं एगंते होइ मिच्छत्तं // 323 // फासिंदी 1 रसणिदी 2 घाणिदी 3 चक्खुणिंदी 4 य सोयं 5 / एयाणि इक्किक्कं जीवं पाडेइ संसारे .... // 324 // मज्जं 1 विसय 2 कसाया 3 निद्दा 4 विगहा 5 य पंचमी भणिया। एए पंच पमाया जीवं पाडेइ संसारे . : // 325 // जो भणइ नत्थि धम्मो न सामइयं न चेव य वयाई / सो समणसंघबज्झो कायव्वो समणसंघेहि .... // 326 // इहलोय 1 परलोयं 2 आदाण 3 आजीवियं 4 तह सहसा 5 / अकित्तीभय६ मरणं७ एए सत्त भयट्ठाणा // 327 // सुत्ते१ अत्थे२ भोयण३ काले४ आवस्सए५ य सज्झाए६ / संथारए७ वि य तहा सत्त इमा मंडली हुंति // 328 // संगमय१ कालसूरीर कविला३ अंगार४ पालिया दुन्नि 6 / नोजीव७ .सत्तमो विय उदाइघायओ८ अ अट्ठमओ // 329 // दप्पण 1 भद्दासण 2 वद्धमाण 3 सिरिवच्छ 4 मच्छ 5 कलसा 6 व सत्थिय 7 नंदावत्ता८ लिहिया अट्ठट्ठ मंगलया // 330 // अनियाणुदारमणओ हरिसवसविसप्पकंचुअकरालो। पूएइ वीयरायं साहम्मीसाहुभत्ती य // 331 // नियदव्वमउव्वजिणंद-भवणजिणबिंबवरपइट्ठासु / वावइ पसत्थपुत्थे सुतित्थतित्थयरजत्तासु // 332 // जिणभवण१ बिंबर पुत्थय३ संघसरूवाइसत्त खित्ताई। दीणोद्धारण८ पोसह-साला९ साहारणं१० दसहा // 333 // निवं धण२ नारी३ नर४ सुर 5 अप्पप्पवियार६ अप्पवियारत्तं / सड्डत्तं८ दरिदत्त९ वज्जए नव नियाणाइं . // 334 // 12