________________ // सारावलीपइण्णयं // आरंभेसु नियत्ता सव्वट्ठाणेसु मुक्कवावारा / उच्छिनराग-दोसा ते देवा देवयाणं पि ते अरिहंता 1 सिद्धा 2 आयरिया 3 नाणदायगा 4 साहू 5 / देवाण य जे पुज्जा नमोऽत्थु देवाहिदेवाणं // 2 // पणिवायसओजोगा(?) सगुणेहिं जे उ निम्मलजसा य / सव्वजगजीवबंधव-इट्ठ-विसिट्ठा य जेणेय(? ए) // 3 // देवेहि पूइयगुणा गुणाहिया तेण पूइया लोए / अहभत्ति-गुणाणाओ लोओ उवहाणगुणगामी // 4 // एए पंच वि गुरुणो पहाणगुणभूसिया य सव्वे वि। निम्मलजसा य निच्चं सुर-नरपुज्जा कया चेव // 5 // जो जो भूमिपएसो पंचहिं पुरिसुत्तमेहिं अकंतो। सो सो भणिओ पुज्जो देवाण य माणुसाणं च // 6 // पुण्णो पुंडरियनगो निच्च कयत्थेहि फासिओ बहुसो / सुर-नरपुज्जो तेणं साहूहिं निसेविओ निच्चं गुणसंथवो कओ मे सारगुणेहिं तु पुंडरीयस्स / जह उप्पण्णं तित्थं तित्थफलं दो वि वण्णेमि // 8 // अवरविदेहुप्पण्णे तित्थयरे पासिऊण अरिहंते / . नारयरिसिस्स जायं धायइसंडे जओ चित्तं . उप्पइओ वेगेणं दाहिणभरहस्स मज्झयारम्मि / पासइ देवुज्जोयं सिहरम्मि उ पुंडरीयस्स // 10 // देवा देवीहिं समं चारण-विज्जाहरा य सिद्धा य / पूर्व करंति तुट्ठा केवलनाणिस्स साहुस्स // 11 // // 7 // . . 47