________________ // 32 // // 33 / / // 34 // // 35 // // 36 // // 37 // संखेवत्था चुन्नीए सत्त इयरे सहाणुभूइ त्ति / सिज्जंसेणऽक्खाया दोसु वि संपिंडिआ सव्वे सीहो सुदाढनागो आसग्गीवो य होइ अण्णेसि / सिद्धो मिगव्वओ त्ति य होइ वसुदेवचरिअम्मि सीहो चेव सुदाढो जं रायगिहम्मि कविलबडुओ त्ति / सीसइ ववहारे गोयमोवसमिओ स णिक्खंतो साईअपज्जवसिआ सिद्धा ण य णामऽतीतकालम्मि / आसी कया वि सुण्णा सिद्धी सिद्धेहि सिद्धते सव्वं साइ सरीरं ण य णामाइमयदेहसब्भावो। कालअणाइत्तणओ जहाव राइंदियाईणं सव्वो साई सिद्धो णयाइ सो विज्जए तहा तं च। सिद्धा सिद्धी अ सया णिहिट्ठा रोहपुच्छाए उक्कोसपंचधणुसय जहण्णओ सत्तरयणि सिद्धते / कुम्मासुअमरुदेवीण देहमाणं कहं गेझं ? एमेवुक्कोसयपुव्वकोडिजीविसु णरेसु णेअव्वं / तत्तो समहियजीवीवसुदेवाईसु तं किह णु? ससरीरतिभागूणं भणियं सिद्धावगाहणामाणं / संकुइयाइअमरणे जहण्णमुक्कोसए कहणु ? जं किर तित्थगराणं जहण्णमुक्कोसयं च जं भणियं / उच्चत्तं तो कुम्मयमरुदेवीणं ण तग्गहणं अहवा पंचसउच्चिय मरुदेवी जेण किंचि ऊणा ऊ। . इत्थी पुरिसेहितो अहिया वा णायतो सिद्धा अटुंगुलाहियकरा सिद्धजहण्णावगाहणा जेण। . तेणातित्थगराणं अस्थि बिहत्थाण निव्वाणं // 38 // // 39 // // 40 // // 41 // // 42 // // 43 // 94