________________ // 4 // ___ पू.श्रीभानुलब्धिमुनिविरचिता // कम्मबत्तीसी // सिद्धाण नमुक्कारं अट्ठकम्माण पयडि-ठिय(ई) वुच्छं / जीवाण बोहणत्थं सव्वे(व्व)दुक्खाणं उद्धरणं // 1 // नाणावरणी तीसं कोडाकोडी य अयरमाणाणं / मइ-सुय-ओहीण तहा मण-केवल तीस ए संखा // 2 // बीयं दंसणा(ण)वरणं नव पयडीउ व कमेण नायव्वा / पत्तेयं अयराणं कोडाकोडी य तीसा य / वेयणीयं तह तीयं सायमसायं च हु दुन्नि पयडीणं / तीसं कोडाकोडी पयडि-ठिइ तीयकम्मस्स मोहणीयं पि चउत्थं अट्ठावीसं च होइ पयडीउ / मिच्छत्त-मीस-सम्मं कोडाकोडी य.सत्तिरियं / सोलसविहा कसाया चत्तालीसं कोडाकोडीओ / हास-रय(ई) दस नेयं सेसा चत्तारि वीसा य पुं-इत्थि-नपुंसवेया दस-पन्नरस-वीसं कोडाकोडी उ। पयडीय अट्ठवीसं पुण एवं भणियं समासेण // 7 // पंचम आउ चउव्वि(वि)हं नारय-सुर सागराण तित्तीसा / तिरिय-मणुआ तिपल्लिय-ठिइकालं चउविहा भणिया // 8 // छटुं च नामकम्मं सयअहियं तिन्नि य पडियं (तिन्नि पयडियं) कहियं / नरय-तिरिगइ वीसं दस देवा पनरस मणुयगइ // 9 // एगिदियजाई वीसं बि-ति-चउ अट्ठारसं च परिमाणं / / पंचिंदिजाइ वीसं उरलविउव्विय वीसं च // 10 // आहार तणू इक्कं तेजस-कम्मे य वीसगं होइ / अंगोवंग उरालिय विउव्वी(वि)य वीसं संथुणियं // 11 // .51