________________ // 30 // // 31 // // 32 // // 33 // // 34 // // 35 // जीवाण पोग्गलाण य, गइपरिणइसंमुहाण गइहेऊ / जलमिव मच्छाण तहा, अस्संखपएसपरिमाणं . लोगदव्वं जं तं, नेयं धम्मत्थिकायसनाए / देसो पुण तस्सेव य, विवक्खया होइ अद्धाई तस्सेव निविभागो, भागो इह भन्नए पएसो त्ति / एवमधम्मागासत्थिकायदव्वेसु तियतियगं नवरं अधम्मदव्वं, ठिईउवटुंभकारणं भणियं / आगासं पुण ओगाहदाणलिंगं मुणेयव्वं अद्धासमओ एगो, जमतीताणागया अणंता वि / नासाणुप्पत्तीओ, न संति संतोऽत्थ पडुपन्नो दुपदेसाइअणंत-प्पएसियंता उ पोग्गला खंधा। तेसि चिय सविभागा, भागा देसत्तिं नायव्वा ते चेव निविभागा, होति पएस त्ति पोग्गला जे उ / खंधपरिणामरहिया, ते परमाणु ति निद्दिट्ठा सत्तत्तीसं नामस्स पयइओ पुन्नमाह(हु)ता य इमा / मणुयगइ तयणुपुव्वी, देवगई तयणुपुव्वी य पंचिंदियजाई तह, देहाणं पंचयं च ते य इमे / ओरालियवेउव्विय-आहारयतेयकम्मइगा अंगोवंगा तिनेव आइमा आइमं च संघयणं / .. समचउरंसं अणहा, वन्नरसा गंधफासा य अगुरुलहु पराघायं, उस्सासं आयवं च उज्जोयं / सुपसत्था विहगगई, तसाइदसगं च निम्मेणं तसबायरपज्जत्तं, पत्तेयथिरं सुभं च सुभगं च / सूसर आएज्जजसं, तसाइदसगं इमं होइ // 37 // // 38 // // 39 // // 40 // // 41 // 31 . .