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________________ // 48 // वेमाणिय अट्ठसयं, सिझंति अणंतरागया इहई / जत्थ व पडंति ओहे, सेसाण गईण दस दसगं अट्ठसयं पुरिसाणं, वीसं इत्थीण दस णपुंसाणं / ओहेण एक्कसमए, पुरिसाण य होइ सट्ठाणे // 49 // सेसा उ अट्ठभंगा, दसगं दसगं तु होइ एक्ककं / चउरो दस अट्ठसयं, वीसं तित्थगरसिद्धाई / . // 50 // दोण्णि उ तित्थगरीओ, सेसतिगं जह उ तित्थगरतित्थे / चउरो दस अट्ठसयं, गिहण्णलिंगे सलिंगे य - // 51 // पच्छाकडं चरित्तं, तिगं चउक्कं च तेसि अट्ठसयं / परिहारिएहिं सहियं, दसगं दसगं च पच्छकडे // 52 // पत्तेयबुद्धदसगं, बुद्धेहि य बोहियाण अट्ठसयं / बुद्धेहिं बोहियाणं, वीसा पुण एक्कसमएणं // 53 // बुद्धेहिँ बोहियाणं वीसा पुण होइ एक्कसमएणं / बुद्धेहि बोहियाणं, वीसपुहुत्तं तु सिद्धाणं // 54 // दुगणाणे पच्छाकड, चउरो सेसाण होइ अट्ठसयं / वंजिय मणणाणजुए, दसगं सेसाण पुव्वगमो .. // 55 // उक्कोसियाए ओगा-हणाए दो सिद्ध एगसमएणं / चत्तारि जहण्णाए, अट्ठसयं मज्झिमाए उ. // 56 // जेसिं अणंतकालो, पडिवाओ तेसि होइ अट्ठसयं / अप्पडिवइए चउरो, दसगं दसगं च सेसाणं // 57 // संतरणिरंतरं वा, एगादी सिज्झई उ अट्ठसयं / दोण्णि य णिरंतराणं, जाव पुहुत्तं सयाणं तु . // 58 // संखाए जहण्णेणं, एक्को उक्कोसएण अट्ठसयं / सिद्धा णेगा थोवा, एक्कगसिद्धा उ संखगुणा 340
SR No.004463
Book TitleShastra Sandesh Mala Part 13
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2005
Total Pages366
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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