________________ आणयपाणयकप्पे, दोण्णि सया अट्ठसट्ठमावलिया / बत्तीसं सयमेगं, च होइ पुप्फावकिण्णाणं . // 175 // दोण्णि सया चउरहिया, आवलिया आरणच्चुए कप्पे / छण्णउई च विमाणा, हवंति पुप्फावकिण्णाणं // 176 // हेट्ठिमगेवेआणं, एक्कारं भण्णए विमाणसयं / आवलियासु विमाणा, णत्थि उ पुप्फावकिण्णत्थ // 177 // मज्झिमगेविज्जाणं, आवलि पण्णत्तरी विमाणाई / बत्तीसं च विमाणा, हवंति पुप्फावकिण्णाणं // 178 // उवरिमगेवेज्जाणं, इगु(गुण)यालीसं हवंति आवलिया / एगढेि च विमाणा, हवंति पुप्फावकिण्णाणं // 179 // विजए य वेजयंते, जयंत अवराइए य सव्वटे। आवलियाए विमाणा, णत्थि उ पुप्फावकिण्णत्थ // 180 // सत्तेव सहस्साई, सयाइँ चोवत्तराईं अट्ठ भवे / . आवलियाहिँ विमाणा, सेसा पुप्फावकिण्णत्थ // 181 // चुलसीति सयसहस्सा, अउणाणउई भवे सहस्साई / एगूणगं दिवढें, सयं तु पुप्फावकिण्णाणं // 182 // चुलसीति सयसहस्सा, सत्ताणउई भवे सहस्साई / तेवीसं च विमाणा, उर्दुलोए समक्खाया . // 183 // सोहम्माईयाणं, अणुत्तरविमाणपज्जवसियाणं / वुत्तं विमाणमाणं, इण्डिं वट्टाइए वोच्छं // 184 // बावट्ठी खलु पढम, सेसा परपयरहिय होंति मुहा / सगपयरेहिँ विरहिया, रूवूणेहिं मुहा भूमी // 185 // मुहभूमीओ इणमो, दिसाण नो एत्थ होंति विदिसाणं / . जेण दिसावलियाओ, देवेसु ण होति विदिसासु // 186 // 21