________________ // 682 // // 683 // // 684 // // 685 // // 686 // // 687 // खीणंताणं खीणे मिच्छत्तकमेण चोद्दसण्हं पि / सेसाण सजोगते भिन्नमुहुत्तट्ठिईगाणं अणुभागुदीरणाए घाईसण्णा य ठाणसण्णा य / सुहया विवागहेऊ जोऽत्थ विसेसो तयं वोच्छं पुरिसित्थिविग्घअचक्खु चक्खुसम्माणइगिदुठाणो वा / मणपज्जनपुंसाणं वच्चासो सेस बन्धसमा देसोवघाइयाणं उदए देसो व होइ सव्वो वा / देसोवघाइओ च्चिय अचक्खुसम्मत्तविग्घाणं घायं ठाणं च पडुच्च सव्वघाईण होइ जह बन्धे / अग्घाईणं ठाणं पडुच्च भणिमो विसेसोत्थ थावरचउआयवउरलसत्ततिरिविगलमणुयतियगाणं / . नग्गोहाइ चउण्हं इगिदिउसभाइछण्हं पि / तिरिमणुओगाणं मीसगुरुयखरनरयदेवपुव्वीणं / / दुट्ठाणिउ च्चिय रसो उदए उद्दीरणाए य . सम्मत्तमीसगाणं असुभरसो सेसयाण बन्धुत्तं / उक्कोसुदीरणा संतयम्मि छट्ठाणवडिए वि मोहणियनाणवरणं केवलियं दंसणं विरयविग्धं / . संपुन्नजीवदव्वे न पज्जवेसुं कुणई पाकं गुरुलहुगाणंतपएसिएसु चक्खुस्स सेसविग्घाणं / जोग्गेसु गहणधरणे ओहीणं रूविदव्वेसु सेसाणं जह बन्धे होइ विवागो उ पच्चओ दुविहो / भवपरिणामकओ वा निग्गुणसगुणाण परिणइओ उत्तरतणुपरिणामे अहिय अहोंता वि हुंति सुसरजुया / मिउलहुपरघाउज्जोय खगइचउरंस पत्तेया . . 201 // 688 // // 689 // // 690 // // 691 // // 692 // // 693 //