________________ आवलि असंखभागं तसेसु हाणीण होइ परिमाणं / हाणिदुगन्तरठाणा थावरहाणी असंखगुणा // 458 // जवमझे ठाणाई असंखभागो उ सेसठाणाणं / हे?म्मि होंति थोवा उवरिम्मि असंखगुणियाणि .: // 459 // दुगचउरटुतिसमइग सेसा य असंखगुणणया कमसो / कालेऽईए पुट्ठा जिएण ठाणा भंमंतेण // 460 // तत्तो विसेसअहियं ज़वमज्झा उवरिमाइं ठाणाई। तत्तो कंडगहेट्ठा तत्तो वि हु सव्वठाणाई. // 461 // फासणकालप्पबहू जह तह जीवाण भणसु ठाणेसु / अणुभागबन्धठाणा अज्झवसाया व एगट्ठा // 462 // ठितिठाणे ठिइठाणे कसायउदया असंखलोगसमा / एक्केक्ककसायुदए एवं अणुभागठाणाई // 463 // थोवाणुभागठाणा जहण्णठितिपढमबंधहेउम्मि। तत्तो विसेसअहिया जा चरमाए चरमहेऊ // 464 // गंतुमसंखा लोगा पढमाहितो भवंति दुगुणाणि / आवलिअसंखभागो दुगुणठाणाण संवग्गो // 465 // असुभपगईण एवं इयराणुक्कोसगम्मि ठिबन्धे / - सव्वुक्कोसगहेऊ उ होइ एवं चिय असेसं . // 466 // थोवाणुभागठाणा जहण्णठितिबंध असुभपगईणं / समयवुडीए किंचिहियाइ सुहियाण विवरीयं // 467 // पलिया संखियमेत्ता ठितिठाणा गंतु गंतु दुगुणाई / आवलिअसंखमेत्ता गुणा गुणंतरमसंखगुणं . // 468 सव्वजहण्णठिईए सव्वाण वि आउगाण थोवाणि / . ठाणाणि उत्तरासुं असंखगुणणाए सेढीए . // 469 // 182